पटना वासियों का लंबे समय से देखा गया सपना अब साकार होने जा रहा है। राजधानी पटना में मेट्रो रेल को लेकर चल रही तैयारियों में तेजी आ गई है और अगस्त 2025 से शहर की सड़कों के नीचे मेट्रो रेल दौड़ती नजर आएगी। यह कदम राज्य के बुनियादी ढांचे को नई दिशा देने वाला साबित होगा।
पटना मेट्रो का पहला कोच जुलाई में पहुंचेगा
महाराष्ट्र के पुणे में तैयार हो रही तीन कोच वाली पहली मेट्रो ट्रेन जुलाई के पहले सप्ताह में पटना पहुंचने की उम्मीद है। ट्रेन के डिब्बों को शहर के बिहटा स्थित डिपो में लाकर तकनीकी टीम द्वारा असेंबल किया जाएगा, जिसमें लगभग 15 से 20 दिन का समय लग सकता है। इसके बाद लगभग 6.1 किलोमीटर लंबे प्राथमिक कॉरिडोर पर इसका ट्रायल रन शुरू होगा।
स्वतंत्रता दिवस 2025 से शुरू हो सकता है संचालन
नगर विकास एवं आवास विभाग के अनुसार, पटना मेट्रो का संचालन 15 अगस्त 2025 से शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। यह प्राथमिक कॉरिडोर पटना मेट्रो परियोजना के पहले चरण का अहम हिस्सा है।
कोष में देरी, फिर भी नहीं रुकी रफ्तार
मूल रूप से मेट्रो कोच की खरीदारी जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (JICA) के फंड से होनी थी। लेकिन फंड में देरी के चलते बिहार सरकार ने दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) को 115 करोड़ रुपये की अग्रिम राशि जारी की। इसी राशि से एक ट्रेन सेट (तीन कोच), ट्रैक, लिफ्ट और एस्केलेटर जैसी बुनियादी जरूरतों की खरीद हुई। ट्रेन का निर्माण टीटागढ़ रेल सिस्टम लिमिटेड द्वारा किया गया है, जिसे पटना के प्राथमिक कॉरिडोर में उपयोग में लाया जाएगा।
छोटी ट्रेन, बड़ा फायदा – कम ऊर्जा, बेहतर संचालन
तीन कोच वाली इस मेट्रो ट्रेन को विशेष रूप से शहरी यात्रियों की संख्या और कम दूरी के ट्रैफिक पैटर्न को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। इससे न सिर्फ ऊर्जा की खपत कम होगी बल्कि ट्रेन की आवृत्ति (फ्रीक्वेंसी) भी बेहतर होगी। यह डिजाइन भविष्य में पटना जैसे घनी आबादी वाले शहरों के लिए किफायती और टिकाऊ परिवहन का आदर्श उदाहरण बन सकता है।
प्रति कोच 300 यात्री बैठ सकेंगे
प्रत्येक कोच की क्षमता लगभग 300 यात्रियों की होगी, जिसमें यात्री खड़े होकर और बैठकर दोनों तरीके से सफर कर सकेंगे। तीन कोच वाली ट्रेन में एक बार में करीब 900 यात्री यात्रा कर सकेंगे। इससे पटना में सस्ती, सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल यात्रा का रास्ता खुलेगा।
इन स्टेशनों से शुरू होगी सेवा
पटना मेट्रो के प्राथमिक कॉरिडोर में कुल पांच स्टेशन होंगे:
स्टेशन का नाम | स्थिति |
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न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल | प्रारंभिक स्टेशन |
जीरो माइल | प्रमुख स्टेशन |
भूतनाथ | आवासीय क्षेत्र में |
खेमनीचक | मध्यवर्ती स्टेशन |
मलाही पकड़ी | अंतिम स्टेशन |
वहीं, फैमिली चेक स्टेशन को इंटरचेंज स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है, जहां शुरुआत में ट्रेन का ठहराव नहीं होगा। निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद यहां से भी यात्री मेट्रो में सफर कर सकेंगे।
निष्कर्ष
पटना मेट्रो न केवल राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाएगी, बल्कि नागरिकों को सस्ता, तेज और सुरक्षित यात्रा विकल्प भी प्रदान करेगी। तीन कोच वाली छोटी लेकिन कुशल ट्रेन भविष्य की परिवहन प्रणाली को नया आयाम देगी। यदि सब कुछ योजना के अनुसार चलता है, तो 15 अगस्त 2025 से पटना में मेट्रो रेल की गूंज सुनाई देगी — जो बिहार के विकास में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर होगा।