नए साल के मौके पर केंद्र सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के लिए एक बड़ा तोहफा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने 8वीं वेतन आयोग के गठन को मंजूरी दे दी है। सरकारी कर्मचारी लंबे समय से इस आयोग की मांग कर रहे थे, और अब उनका यह सपना पूरा होने जा रहा है। यह कदम सरकारी कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि के रूप में एक महत्वपूर्ण बदलाव साबित हो सकता है।
8वें वेतन आयोग के लागू होने से सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में इजाफा होगा, जिससे उनकी वित्तीय स्थिति में सुधार आएगा। हालांकि, अभी यह तय नहीं हुआ है कि इसे कब तक लागू किया जाएगा, लेकिन उम्मीद है कि यह जल्द ही कर्मचारियों के लिए लाभकारी साबित होगा।
जानिए 8वां वित्त आयोग के बारे में
8वां वित्त आयोग केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनर्स के वेतन, भत्ते और पेंशन में सुधार करने के लिए गठित किया गया है। इस आयोग के लागू होने के बाद सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी होगी, वहीं महंगाई भत्ते (DA) में भी संशोधन किया जाएगा, जिससे कर्मचारियों को राहत मिलेगी।
हर 10 साल में पे कमीशन की समीक्षा की जाती है, और यह केंद्र सरकार को सरकारी कर्मचारियों के वेतन में सुधार करने की सिफारिश करता है। यह एक बड़ा कदम है जो सरकारी कर्मचारियों के वित्तीय जीवन में सुधार ला सकता है।
सैलरी में बढ़ोतरी 51480 रुपये तक हो सकती है मिनिमम बेसिक सैलरी जानिए
केंद्र सरकार की तरफ से 8वें वेतन आयोग के तहत सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि, सरकार ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि सैलरी कितने प्रतिशत बढ़ेगी, लेकिन इसे फिटमेंट फैक्टर के आधार पर तय किया जाएगा।
रिपोर्ट्स के अनुसार, फिटमेंट फैक्टर को 2.57 से 2.86 तक बढ़ाया जा सकता है। अगर फिटमेंट फैक्टर 2.86 के हिसाब से लागू होता है, तो सरकारी कर्मचारियों की न्यूनतम बेसिक सैलरी 18,000 रुपये से बढ़कर 51,480 रुपये हो सकती है। इस बढ़ोतरी से कर्मचारियों को महंगाई और जीवन यापन की चुनौतियों से जूझने में मदद मिलेगी।
जानिए फिटमेंट फैक्टर के बारे में
फिटमेंट फैक्टर वह तरीका है जिसके जरिए पे कमीशन सरकारी कर्मचारियों की सैलरी, पेंशन और भत्तों में संशोधन करता है। यह फैक्टर मंहगाई, कर्मचारियों की जरूरतों और अन्य सामाजिक-आर्थिक पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तय किया जाता है।
इसके आधार पर कर्मचारियों के वेतन और पेंशन की गणना की जाती है। भारत सरकार के करीब 50 लाख कर्मचारियों और 60 लाख पेंशनर्स को इस पे कमीशन से फायदा होने की संभावना है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस पे कमीशन को 1 अगस्त 2026 से लागू किया जा सकता है, जिससे कर्मचारियों और पेंशनर्स को वित्तीय राहत मिलेगी।